राजस्थान विद्युत कर्मचारी संघ प्रथम स्थापना दिवस
(08th February, 2021)
“जीत जायेंगे जंग, जीत जायेंगे जंग हम सब अगर साथ हैं, जय हिंद।”
सभी पदाधिकारियों एवं साथियों को RVKS के स्थापना दिवस की बहुत शुभकामनाएं। आज के ही दिन हमने जो एक बीज RVKS का बोया था वो आज एक विशाल वृक्ष के रूप मे परिवर्तित हो गया है साथियों, आप सब की मेहनत और संगठन मे विश्वास का ही नतीजा है।
आशा ही नहीं अपितु पूरा विश्वास है आगे भी आप सबका साथ और प्यार ऐसे ही बना रहेगा।
आप सभी से निवेदन है कि स्थापना दिवस के उपलक्ष्य मे सभी अन्य साथियों को जोड़कर संगठन को मजबूत बनाएं।
चंद्रा मेघानी
प्रदेश मंत्री
हार्दिक शुभकामनाएं
आज राजस्थान विद्युत कर्मचारी संघ का स्थापना दिवस है ।।
आज ही के दिन आप सभी कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों ओर साथ कि वजह से श्रम आयुक्त महोदय ने हम सभी के संगठन को मान्यता प्रदान की थी
इस एक वर्ष में हम सभी ने मिलकर कर्मचारियों के हित मे अनेक कार्य किये ।।
आप सभी के साथ का कोटि कोटि धन्यवाद
हरगोविंद शर्मा, संयुक्त महामंत्री RVKS
उम्मीद अभी भी बाकि है एक दिन सूरज निकलेगा फूल ख़ुशी के महकेंगे किस्मत का तारा चमकेगा रात अभी है तो क्या कल तो सुबह आएगी फिर तेरी ख्वाहिश उस दिन पूरी हो जाएगी जब तू अपने मजबूत कदम RVKS के साथ बढ़ायेगा तब तेरा ख्वाब सचमुच पूरा हो जायेगा…….RVKS जिंदाबाद 🚩🚩🚩🚩🚩
यशवंत जोनवाल, कोषाध्यक्ष
RVKS स्थापना दिवस पर कार्यकर्त्ता के भाव
जब तमस बहुत गहरा था अविश्वाशो का पहरा था।
जब आदमी को आदमी पे शक बहुत गहरा था।।
जब एकता पे अनेकता का प्रभाव बड़ा गहरा था।।।
तब बनके पहली किरण भौंर के सूरज का उदय हुआ।
तब बनके नई आस आरवीकेएस का उदय हुआ।
तान के सीना, ठोंक के छाती सत्ता के गलियारों को ललकारा है।
हर आंदोलन की अग्रिम पंक्ति पर rvks का नारा है।।
हो राष्ट्र हित, मजदूर हित की बात बस ये ही हमेशा सोचा है।
हर आंख के संघर्षों के लिए लड़ने का ही सोचा है।।
ये कदम न रुके थे कभी, न रुकेंगे कभी।
एक दूजे का हाथ थामे संघर्षों के इस रण में न डरेंगे कभी।।
जय rvks🚩🚩
विजय rvks 🚩🚩
श्री आशीष जी, शाहपुरा
जब बुझ रही थी तमन्नाएं, सरफ़रोशी के मचान पर।
तब तुमने जगाई थी एक ‘ लौ’ उम्मीदों के द्वार पर।।
तेरा किया उजाला,चमक रहा है गुलशन – ए- गुलफाम पर ।
उड़ने लगे हे अब दिल के जुगनू चमन – आे – चिराग पर।।
कह रहा है ये बस रहीस तुम भूल ना जाना अहसान को।
RVKS के बलिदान को, श्मश जैसे स्वाभिमान को।।
RVKS जिंदाबाद🌹
श्री रईस अहमद, लाखेरी ,बूंदी